फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को क्या खाना चाहिए?

फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को क्या खाना चाहिए?

सेहतराग टीम

आज के समय लोगों की लाइफस्टाइल और खान-पान पूरी तरह से बदल गया है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि आज की व्यस्त लाइफ में लोग न तो अपनी सेहत का ख्याल रख पाते हैं और न ही अपने खान-पान का। ऐसे में आपका बीमार होना संभव है। क्योंकि आज के समय बीमारियां बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है गलत खान-पान का होना। बाहर की तली भुनी, फास्टफूड और बंद डिब्बे की चीजे खाने की वजह से हम हेल्दी फूड को इग्नोर कर देते हैं, जो कई समस्याओं और बीमारियों को दावत देता है। ऐसी ही एक समस्या है फैटी लिवर की समस्या। वैसे तो यह आम समस्या मानी जाती है। लेकिन अगर लंबे समय तक इस पर ध्यान न दिया जाए तो भविष्य में यह काफी गंभीर समस्या बन सकती है।

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फैटी लिवर की समस्या को ऐसे पहचाने-

फैटी लिवर समस्या को आप इन लक्षणों से समझ सकते हैं। जैसे- इनमें थकान, भूख न लगना, कमजोरी, उल्टी की फीलिंग आना, किसी काम में ध्यान न लगना, लिवर का आकार बढ़ना और पेट दर्द वगैरह शामिल हैं। यह दो तरह की होती है- पहला ऐल्कॉहॉलिक फैटी लिवर और दूसरा  नॉन ऐल्कॉहॉलिक फैटी लिवर। आज के दौर में नॉन ऐल्कॉहॉलिक फैटी लिवर की बीमारी ज्यादा फैल रही है और ये अमूमन गलत खानपान की वजह से ही होती है। इसलिए आज हम इस आलेख बताएंगे कि आपको क्या खाना चाहिए?

फैटी लिवर की समस्या में क्या खाना चाहिए?

फैटी लिवर की समस्या में आप कॉफी पी सकते हैं। कॉफी में क्लोरोजेनिक ऐसिड, पॉलिफेनॉल, मेथिलक्सैन्थिन, कैफीन, कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, नाइट्रोजन यौगिक, निकोटिनिक ऐसिड, पोटैशियम और मैग्नीशियम प्रचूर मात्रा में होता है। कॉफी में मौजूद कैफीन, अबनॉर्मल लिवर एन्जाइम्स की संख्या को कम करने में मदद करता है।

ब्रोकली-

फैटी लिवर की समस्या से झूज रहे लोगों को अपने खान-पान में ब्रोकली को जरूर शामिल करें। हरी-हरी गोभी जिसे ब्रॉकली कहते हैं। ब्रोकली में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में  ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को कम करते हैं और लिवर में बनने वाली फैट को भी कम करने में मदद करती है। इसके आलावा ब्रॉकली के साथ-साथ पालक, केल और कई हरी सब्जियों को डायट में शामिल करें।

फिश और फिश ऑयल-

फिश ऑयल में एन-3 पॉलिअनसैच्युरेटेड फैटी ऐसिड होता है जो फैटी लिवर की समस्या को दूर करने में मददगार होता है। यही नहीं साल्मन, ट्यूना और ट्राउट जैसी मछलियों में भी ओमेगा 3 फैटी ऐसिड पाया जाता है जो सूजन और जलन की समस्या को कम कर लिवर के फैट के स्तर को बेहतर बनाता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स-

दूध और लो-फैट डेयटी प्रॉडक्ट्स के सेवन से शरीर में इंसुलिन की सक्रियता बढ़ती है जिससे ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही साथ डेयरी प्रॉडक्ट्स में ऐसा प्रोटीन पाया जाता है। जो लिवर को होने वाले नुकसान से बचाने का काम करता है।

ओट्स-

ओट्स में फैट कम मात्रा में और प्रोटीन उच्च मात्रा में होता है। ओट्स कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, खनिज और विटामिन का सही मिश्रण है और शरीर के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होता है। रिसर्च में प्रमाणित किया गया है कि ओट्स में पाया जाने वाले कार्बोहाइड्रेट्स और बीटा-ग्लूटन डाइजेस्ट करने की प्रोसेस को ऐक्टिव करता है। ओट्स में मौजूद फाइबर भी आपके वजन को बनाए रखने में मदद करता है और लिवर को भी हेल्दी रखता है। इसे आप अपने नाश्ते में खिचड़ी या ओट्स डोसे के रूप में खा सकते हैं।

​अखरोट से लिवर को हेल्दी रखें-

अखरोट में ओमेगा-3 फैटी ऐसिड, ओमेगा-6 फैटी ऐसिड और ऐंटिऑक्सिडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो फैटी लिवर वालों के लिए फायदेमंद है। रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है जो लोग फैटी लिवर की बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें अखरोट खाना चाहिए क्योंकि इससे उनका लिवर हेल्दी बनता है और लिवर का फंक्शन भी बेहतर तरीके से हो पाता है।

​ऐवकाडो खाना फायदेमंद है-

ऐवकाडो में हेल्दी फैट्स की मात्रा काफी अधिक होती है और यह कम कैलरी वाला खाद्य पदार्थ है। इसलिए, इसे फैटी लिवर से ग्रस्त व्यक्ति के लिए लाभकारी माना जा सकता है। रिसर्च की मानें तो ऐवकाडो में ऐसे कई केमिकल्स पाए जाते हैं जो लिवर को होने वाले डैमेज की प्रक्रिया को स्लो करने में मदद करते हैं। साथ ही ऐवकाडो में फाइबर की मात्रा भी अच्छी खासी होती है और यह भी लिवर के लिए फायदेमंद है। हालांकि इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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फैटी लिवर की समस्या में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • फैटी लिवर की समस्या में ऐल्कॉहॉल या शराब के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि यह फैटी लिवर डिजीज और लिवर से जुड़ी कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
  • जिन प्रोडक्ट में शुगर की मात्रा अधिक होती है उनका सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है जो लिवर में फैट का स्तर बढ़ने का कारण बनता है।
  • फैटी लिवर की समस्या से झूजने वाले लोगों को फ्राइड फूड की समस्या से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें फैट और कैलरीज की मात्रा बहुत अधिक होती है।
  • अधिक नमक का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की मात्रा अधिक बढ़ जाती है जिसका लिवर पर बुरा असर पड़ता है।
  • वाइट ब्रेड, वाइट राइस या पास्ता इन सभी का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये सभी प्रोसेस्ड होते हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और इनमें फाइबर की मात्रा भी कम होती है।

 

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